फसल बीमा का लाभ के लिए गांव है एक यूनिट
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने शुक्रवार को राज्यसभा को बताया कि पहले फसल बीमा का लाभ पाने के लिए फसल नुकसान का आकलन जिला या मंडल के स्तर पर किया जाता था, लेकिन अब इसके लिए गांव एक यूनिट है। राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने सवाल किया था कि पहले बीमा कंपनी किसानों को यह कहकर किसानों को बीमा का लाभ देकर मना कर दिया करती थी कि पूरे क्षेत्र में कोई नुकसान नहीं है तो क्या फसल बीमा नीति में बदलाव के बाद अब बीमा कंपनियां किसान के व्यक्तिगत नुकसान की भरपाई करेंगी।
इस पर रूपाला ने बताया कि अब गांव को एक यूनिट बना दिया गया है जबकि पहले जिला या मंडल यूनिट होता था। उन्होंने सदन को एक अन्य जानकारी देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में पिछले साल अतिवृष्टि के कारण फसलों को हुए नुकसान के लिए 64 लाख किसानों ने व्यक्तिगत दावे पेश किए थे। रूपाला ने कहा, "कंपनियों और राज्य सरकार के साथ मिलकर उनके नुकसान का सर्वेक्षण कराया और 4,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम किसानों को भुगतान कराई।"
Source: Business khaskhabar