LIC के एमडी विपिन आनंद ने कहा, Insurance Sector के पास है 50 लाख लोगों को रोजगार देने की क्षमता
नई दिल्ली: जहां एक तरफ लॉकडाउन के चलते कई सेक्टर्स में लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, तो वहीं एक सेक्टर ऐसा भी है जिसमें आने वाले दिनों में रोजगार की प्रचूर संभावना दिख रही है। यह है इंश्योरेंस सेक्टर। कोरोना वायरस महामारी ने लोगों को इंश्योरेंस के लिए काफी जागरुक बना दिया है। इस कारण जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा के प्रति लोगों का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है। भारतीय जीवन बीमा निगम के एमडी विपिन आनंद का कहना है कि इंश्योरेंस सेक्टर के पास करीब 50 लाख लोगों को रोजगार देने की क्षमता है। विपिन आनंद ने दैनिक जागरण के सीनियर एडिटर, Pratyush Ranjan केे साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में यह बात कही है।
आनंद ने जागरण को बताया कि इस समय रोटी, कपड़ा और मकान के बाद सबसे जरूरी चीज जीवन बीमा ही है। उन्होंने बताया कि एलआईसी इंडिया और निजी कंपनियों की पॉलिसीज को मिला दें, तो करीब 45 करोड़ लोगों के पास बीमा है और 90 करोड़ लोगों को अभी भी जीवन बीमा की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस समय बच्चों, महिलाओं सहित सभी के लिए पॉलिसीज उपलब्ध हैं। ऐसे में ये 90 करोड़ लोग उनके भविष्य के ग्राहक हैं।
आनंद ने कहा, 'देश की इस बड़ी आबादी को बीमा मुहैया कराने के लिए बड़ी संख्या में मार्केटिंग चैनल्स और मार्केटिंग के लोगों की आवश्यकता है। आज हमारे पास 11 लाख से अधिक एजेंट्स हैं और करीब 9 लाख से अधिक एजेंट्स निजी कंपनियों में हैं। कई बैंक्स, कॉरपोरेट एजेंसीज और एनजीओ आज इंश्योरेंस का काम कर रहे हैं। ब्रोकर्स इंश्योरेंस बेचने का काम कर रहे हैं। सीधे ऑनलाइन भी मार्केटिंग हो रही है। लेकिन इस सब के बावजूद हर साल इंश्योर्ड होने वाले लोगों की संख्या में कोई बड़ी बढ़ोत्तरी नहीं हो रही है।'
उन्होंने आगे कहा, 'आज भी हमारी 90 फीसद पॉलिसीज एजेंट्स के माध्यम से होती है। अगर हम यह देखें कि मार्केट कितना बड़ा है, और कितने लोगों को बीमा की आवश्यकता है, तो पूरे हिंदुस्तान के लोगों को बीमित करने के लिए कम से कम 50 लाख एजेंट्स की और जरूरत पड़ेगी। अर्थात इंश्योरेंस सेक्टर 50 लाख और लोगों को रोजगार देने की क्षमता रखता है।'
आनंद ने कहा, 'हम कई वर्षों में भी जीवन बीमा के लिए लोगों को इतना जागरुक नहीं कर पाए, जितना कोरोना महामारी ने कर दिया है। यह इंश्योरेंस सेक्टर के लिए एक बड़ा मौका है। अगर अधिक से अधिक लोग जीवन बीमा मार्केटिंग को अपना व्यवसाय बनाएंगे, तो उन्हें एक सुरक्षित रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही एक प्रोफेशनल करियर बनाने का भी मौका मिलेगा।'
Source: Jagran