बीमा क्लेम भुगतान में गुमराह करने वालों पर हो मुकदमा
ललितपुर। शुक्रवार को उप कृषि निदेशक कार्यालय के समक्ष प्रगतिशील किसान जन मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न किसान संगठनों ने धरना देकर बीमा क्लेम के भुगतान किए जाने व गुुमराह करने वाले जिम्मेदारों पर एफआइआर दर्ज किए जाने की मांग की है। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि किसानों को बीमा क्लेम के नाम पर गुमराह किया जा रहा है।
लगभग एक वर्ष बीतने के बाद भी वर्ष 2019 की खरीफ फसल का बीमा क्लेम का भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि किसान लगातार बीमा क्लेम को लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। किसानों को आपदा संकट में आर्थिक मदद के लिए चलाई गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ धरातल पर नजर नहीं आ रहा है। यहां पर किसान फसल बीमा कराने के लिए प्रीमियम राशि तो कटा रहा है, लेकिन जिम्मेदार बीमा क्लेम के भुगतान को लेकर उदासीन बने हुए हैं। ऐसे में किसान विभागीय अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
ऐसी ही स्थिति जिले में किसानों की बनी हुई है। जहां पर बीते वर्ष 2019 में डेढ़ लाख से अधिक किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा के अंतर्गत खरीफ की फसल का बीमा कराया था। फसल की कटाई के लगभग दो सप्ताह पहले ही लगातार दस दिनों तक बारिश होने से फसलें नष्ट हो गई। जिस पर किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से अधिकारियों को अवगत कराया। शासन के निर्देशन पर फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की टीम ने मुआवना किया, जिसमें 70 प्रतिशत का नुकसान माना था।
खरीफ की फसल को नुकसान हुए लगभग दस माह से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन अब तक किसानों को बीमा क्लेम का भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे में किसान लगातार ही कृषि विभाग व बीमा कंपनियों के अधिकारियों ने बीमा क्लेम दिलाए जाने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन बीमा क्लेम को लेकर जिम्मेदार लगातार गुमराह कर रहे हैं। शुक्रवार को जिले के विभिन्न किसान संगठन प्रगतिशील किसान जन मोर्चा के साथ धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर किसानों को शीघ्र ही बीमा क्लेम दिलाए जाने की मांग की है।
ज्ञापन में बताया कि बीमा क्लेम की मांग को लेकर कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन विभागीय अधिकारी केवल अश्वासन देकर गुमराह कर रहे हैं। इतना ही नहीं विभागीय अधिकारी केंद्र सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने में जुटे हैं। उन्होंने शीघ्र ही बीमा क्लेम दिलाए जाने की मांग की है। ज्ञापन पर जगदीश तिवारी, रन्नू सोनी, रामकिशोर कौशिक, पप्पू प्रधान, द्वारिका प्रसाद निरंजन, मुलायन सिंह पटेल सोहन लाल विश्वकर्मा, राजेंद्र सिंह आदि के हस्ताक्षर बने हैं।
बीमा क्लेम भुगतान में लगातार ही जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गुमराह किया जा रहा है। ऐसे में अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बीमा क्लेम का भुगतान किसानों के खाते में कराया जाए।
- कीरत बाबा, मंडल उपाध्यक्ष भाकियू
किसानों के फसल बीमा क्लेम का भुगतान लेकर लगातार आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन एक वर्ष में भी बीमा क्लेम का भुगतान नहीं हो सका है। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।
- नवनीत शर्मा, जिला उपाध्यक्ष भारतीय किसान संघ
देश की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले किसानों के साथ बीमा क्लेम भुगतान को लेकर गुमराह किया जा रहा है। दस माह बाद भी भुगतान नहीं किया जा सका है। किसान भुगतान को लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
- बाबूलाल दुबे, जिलाध्यक्ष प्रगतिशील किसान जन मोर्चा
बैंकों ने फसल बीमा के लिए प्रीमियम राशि काट ली, लेकिन बीमा कंपनी भुगतान करने में आनाकानी कर रही है। ऐसे अधिकारियों व कंपनी पर एफआईआर दर्ज की जाए।
- ऊदल पटेल, जिला उपाध्यक्ष प्रगतिशील किसान जन मोर्चा
किसानों को बीमा क्लेम का भुगतान बीमा कपंनी द्वारा किया जा रहा है। शेष किसानों के भुगतना के लिए जिलाधिकारी के निर्देशन पर संबंधित बीमा कंपनी के उच्च अधिकारी से जानकारी ली जा रही है।
- संतोष कुमार सविता, उप कृषि निदेशक
Source: Amar Ujala