29-06-2020

अब आप भी ले सकते हैं कोरोना कवच और कोरोना रक्षक की सुरक्षा, जानिए स्कीम के बारे में सबकुछ

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29-06-2020
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अब आप भी ले सकते हैं 'कोरोना कवच' और 'कोरोना रक्षक' की सुरक्षा, जानिए स्कीम के बारे में सबकुछ

नई दिल्‍ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) का प्रकोप पूरी दुनिया में बर्बादी फैला रहा है. संक्रमित होने वाले लोगों पर स्‍वास्‍थ्‍य (Health) के साथ ही आर्थिक (Financial) मार भी पड़ रही है. ऐसे में भारतीय बीमा नियामक व विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने कोविड-19 के लिए खास इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट्स को लेकर दिशानिर्देशों को अंतिम रूप दे दिया है. इनके मुताबिक, आप 10 जुलाई से किसी भी इंश्‍योरेंस प्रोवाइडर से खास फीचर्स और शर्तों वाला हेल्‍थ इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट (Health Insurance) खरीद सकते हैं. आप क्षतिपूर्ति (Indemnity) या प्रतिपूर्ति (Reimbursement) योजना में एक विकल्‍प चुन सकते हैं.

बीमा कंपनियां तय करेंगी इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट्स का प्रीमियम

आप कोविड-19 के लिए खास लाभ-आधारित योजना (Benefit Based Policy) का भी चुनाव कर सकते हैं. ये ठीक वैसा ही इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट होगा, जैसा जीवन बीमाकर्ताओं (Life Insurers) की ओर से पेश किया जाता है. इन सभी इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट्स का प्रीमियम (Premiums) बीमाकर्ताओं की ओर से तय किया जाएगा. क्षतिपूर्ति आधारित कोविड-19 पॉलिसी का नाम 'कोरोना कवच' (Corona Kavach) होगा. इसमें बीमा कंपनी का नाम भी जुड़ा होगा. इस पॉलिसी में कोविड-19 के उपचार के साथ पहले से मौजूद किसी भी बीमारी का कवर मिलेगा.

प्रतिपूर्ति आधारित कोविड-19 प्रोडक्‍ट मुहैया कराना जरूरी

बीमा नियामक ने कहा कि लाभ-आधारित पॉलिसी का नाम 'कोरोना रक्षक' (Corona Rakshak) होगा. इरडा के मुताबिक, क्षतिपूर्ति योजना के तहत बीमा राशि (Sum Insured) तक अस्‍पताल में भर्ती होने के खर्च की प्रतिपूर्ति (Reimbursement) की जाती है. वहीं, लाभ-आधारित योजना में डायग्‍नोसिस के आधार पर इलाज से पहले ही एकमुश्‍त राशि दे दी जाती है. नियामक ने सभी जनरल और हेल्‍थ इंश्‍योरेंस कंपनियों के लिए प्रतिपूर्ति आधारित कोविड-19 प्रोडक्‍ट उपलब्‍ध कराना अनिवार्य कर दिया है. वहीं, लाभ-आधारित प्रोडक्‍ट वैकल्पिक होंगे.

18 से 65 साल का कोई भी व्‍यक्ति खरीद सकता है पॉलिसी

कोरोना कवच पॉलिसी में क्षतिपूर्ति-आधारित एक बेसिक मैनडेटरी कवर (Basic Mandatory Cover) होगा. वहीं, एक वैकल्पिक कवर होगा जो लाभ-आधारित होगा. बेसिक कवर में बीमा राशि 50 हजार से 5 लाख रुपये तक होगी. ये कवर साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने और साढ़े नौ महीने के लिए होगा. इसमें वेटिंग पीरियड (Waiting Period) भी शामिल होगा. योजना के तहत 18 से 65 साल की उम्र का कोई भी व्‍यक्ति इन इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट्स को खरीद सकता है.

इन सभी आश्रितों को करा सकते हैं पॉलिसी में शामिल

आप चाहें तो इसमें अपने माता-पिता, सास-ससुर और 25 साल की उम्र तक के आश्रित बच्‍चों को भी शामिल कर सकते हैं. इस सीमित समय की बीमा योजना का प्रीमियम एक बार में जमा करना होगा. बीमा योजना में 14 दिन होम क्‍वारंटीन होने के दौरान किए जाने वाले इलाज का खर्च भी कवर होगा. हालांकि, इसके लिए इलाज में किसी मेडिकल प्रेक्टिसनर यानी डॉक्‍टर का शामिल होना जरूरी है. इसमें पल्‍स ऑक्‍जीमीटर, ऑक्‍सीजन सिलेंडी और निबुलाइजर का खर्च भी कवर होगा. अस्‍पताल में भर्ती होने पर 15 दिन तक बीमा राशि का 0.5 फीसदी खर्च प्रतिदिन का भुगतान किया जाएगा.

कम से कम तीन दिन अस्‍पताल में भर्ती होना है अनिवार्य

कोरोना रक्षक पॉलिसी का प्रीमियम भी एक बार (Single Premium) में ही भरना होगा. इसमें पॉलिसीधारक के अस्‍पताल में भर्ती होने पर बीमा राशि का 100 फीसदी भुगतान पहले ही कर दिया जाएगा. इसमें कोविड-19 पॉजिटिव आने पर कम से कम तीन दिन अस्‍पताल में भर्ती (Hospitalisation) होना अनिवार्य है. इस बीमा की अवधि 105, 195 और 285 दिन होगी. वहीं, बीमा राशि 50 हजार रुपये से 2.5 लाख रुपये तक होगी. एक बार क्‍लेम (Claim) करने के बाद पॉलिसी खुद-ब-खुद बंद हो जाएगी.

Source: News 18