किसानों को तीन साल की बीमा क्षतिपूर्ति राशि का नहीं हुआ भुगतान
कुंडहित (जामताड़ा): मौसम की बेरुखी के कारण तीन सालों से क्षेत्र के किसान सुखाड़ की मार झेल रहे हैं। इसके बावजूद किसानों को तीन साल की खरीफ फसल धान की बीमा क्षतिपूर्ति राशि का अभी तक भुगतान नहीं किया जा सका है। जबकि भुगतान की गुहार कई बार अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि से की गई परंतु केवल आश्वासन ही मिलता रहा।
जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016-17 में कुंडहित प्रखंड क्षेत्र में 2758 किसानों, वित्तीय वर्ष 017-18 में 3405 किसानों व वित्तीय वर्ष 2018-19 में 1276 किसानों ने बीमा कराया था। तीनों वर्ष मौसम की बेरुखी के कारण समुचित धान नहीं हो पाया है। पहाड़ी व पठारी क्षेत्र होने की वजह से वर्षा का पानी एक स्थान में ज्यादा दिन तक ठहरता भी नहीं है। ऐसे में पानी के अभाव में सूखे की स्थिति होती है। जानकारी के अनुसार 16 जुलाई 2018 को जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया था कि निर्धारित समय तक 75 प्रतिशत धान रोपनी नहीं होने पर बीमाधारी किसानों को फसल बीमा की 25 प्रतिशत राशि क्षतिपूर्ति के रूप में दी जाएगी। लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी किसानों को न तो फसल बीमा का लाभ मिला और न ही 25 फीसद क्षतिपूर्ति राशि ही मिली। सरकारी प्रावधान के तहत निर्धारित समय 31 अगस्त तक जिले में 25 फीसद से कम धान रोपनी होने पर किसानों को प्रति एकड़ 5500 रुपया क्षतिपूर्ति मिलनेवाला था।
डुमरा गांव के किसान उज्ज्वल माजि, मानिक माजि, चंद्रडीह के आनंद सोरेन, पाड़ु हांसदा आदि ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार फसल बीमा कराए थे पर अब तक लाभ नहीं मिला। इस लॉकडाउन के समय फसल बीमा की राशि मिल जाती तो किसानी करने में आसानी होती। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी राजेश कुमार से इस बाबत संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल बंद था।
Source: Jagran