घर पर चल रहा है कोरोना का इलाज, तो इन बातों को न करें नजरअंदाज, वरना नहीं मिलेगा इंश्योरेंस क्लेम
भारत में प्रतिदिन कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। लोग इसके इलाज के खर्च से परेशान हैं। सरकारी अस्पतालों में कई लोग इलाज करा रहे हैं इसलिए वहां बेड पहले से फुल नजर आ रहे हैं। इसलिए लोग नीजी अस्पतालों की ओर रूख कर रहे हैं। लेकिन निजी अस्पतालों में इलाज काफी महंगा है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ी है। हालांकि इरडा ने कहा है कि इंश्योरेंस कंपनियां स्वास्थ्य बीमा में कोरोना के इलाज का खर्च भी शामिल करेंगी। इसके अलावा हाल ही में कंपनियों द्वारा 'कोरोना कवच पॉलिसी' भी पेश की गई थी।
कई हल्के लक्षणों वाले मरीजों का इलाज उनके घर पर ही चल रहा है। लेकिन भारतीय बीमा नियामक प्राधिकरण (इरडा) ने बीमा कंपनियों को ऐसे मरीजों को कोविड स्टैंडर्ड हेल्थ पॉलिसी के तहत रखने का कहा है।
क्लेम के लिए इन बातों का रखें ध्यान
इस संदर्भ में इरडा ने कहा है कि किसी भी परिस्थिति में इलाज का खर्च बीमा में कवर होगा। लेकिन जिन मरीजों का घर पर इलाज चल रहा है, क्लेम करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। मरीज को डायग्नोस्टिक सेंटर से कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट प्राप्त करनी होगी। रिपोर्ट उसी सेंटर की होनी चाहिए, जिसे सरकार द्वार मान्यता प्राप्त हुई हो। इस बीच इस बात का ध्यान रखें कि घर पर इलाज ले रहे मरीजों को 14 दिनों से ज्यादा का कवर नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, आपको क्लेम सिर्फ उसी स्थिति में मिलेगा जब किसी अथॉराइज्ड मेडिकल प्रैक्टिश्नर द्वारा घर पर इलाज कराने की सलाह दी गई हो।
आगे जानते हैं क्या है कोरोना कवच पॉलिसी।
क्या है कोरोना कवच पॉलिसी?
इरडा के निर्देश पर कई बीमा कंपनियों ने कोरोना कवच पॉलिसी बाजार में उतार दी है। 50 हजार से 5 लाख रुपये तक कवर वाली इस पॉलिसी का प्रीमियम 447 रुपये से शुरू हो रहा है।
इतनी होगी अवधि
बीमा नियामक इरडा ने सभी कंपनियों को कोविड-19 से इलाज के लिए विशेष बीमा पॉलिसी लाने का निर्देश दिया था। इसकी अवधि 3.5 महीने से 9.5 महीने तक होगी और संक्रमित व्यक्ति को घर पर इलाज में हुए कर्ज का भी क्लेम दिया जाएगा।
अस्पताल का खर्च भी होगा शामिल
एचडीएफसी एर्गो ने बताया कि सरकारी केंद्रों पर जांच में संक्रमित पाए गए व्यक्ति के अस्पताल का खर्च इस पॉलिसी में शामिल होगा। संक्रमण से प्रभावी अन्य बीमारियों और एंबुलेंस का खर्च भी शामिल रहेगा, जिसमें 14 दिन तक घर पर इलाज की सुविधा होगी।
आगे जानते हैं आपके लिए कौन सा प्लान सस्ता पड़ेगा।
इतना होगा प्रीमियम
बजाज आलियांज ने बताया कि प्रीमियम 447 रुपये से लेकर 5,630 रुपये और जीएसटी होगा। इसमें अस्पताल के रोजाना नकद खर्च का वैकल्पिक कवर भी होगा जिसका प्रीमियम 3 रुपये से 620 रुपये और जीएसटी रहेगा। 35 साल तक उम्र के व्यक्ति को 50 हजार तक की पॉलिसी 447 रुपये और जीएसटी के प्रीमियम पर मिल जाएगी। सभी प्रीमियम एकमुश्त जमा किए जाएंगे और देशभर में इनकी दरें भी समान होंगी।
सस्ता पड़ेगा फैमिली प्लान
मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के एमडी-सीईओ कृष्णन रामचंद्रन ने बताया कि हमारी कीमतें काफी सस्ती हैं। 31-55 साल के व्यक्ति को 2.5 लाख रुपये का कवर सिर्फ 2,200 रुपये के प्रीमियम पर दिया जा रहा है।
अगर दो व्यस्क और एक बच्चे का साथ बीमा कराते हैं, तो इसका प्रीमियम 4,700 रुपये पड़ेगा। यानी परिवार का एकसाथ बीमा कराने पर प्रीमियम सस्ता पड़ेगा। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने भी कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी शुक्रवार को जारी कर दी है, जो 50 हजार से 5 लाख रुपये तक कवर देगी।
Source: Amar Ujala