IRDA का निर्देश: खत्म हो TPA का काम, ताकि ग्राहकों को जल्दी मिले स्वास्थ्य बीमा क्लेम
बीमा नियामक इरडा (IRDA) ने थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेशन (TPA) को बीमा कंपनियों की ओर से स्वास्थ्य बीमा दावों के पेमेंट के फैसले नहीं लेने का निर्देश दिया है। यानी अब दावे के पेमेंट के लिए ग्राहकों और बीमा कंपनियों के बीच कोई नहीं आएगा।
क्या है टीपीए?
थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर बीमा देने वाली कंपनी और बीमा लेने वाले ग्राहकों के बीच एक मध्यस्थ के रूप में काम करता है। इरडा ने कहा है कि दावों की प्रक्रिया में थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेशन को सिर्फ दावों के प्रोसेसिंग के लिए ही शामिल किया जाए। मालूम हो कि जब भी ग्राहक स्वास्थ्य बीमा क्लेम फाइल करते हैं, तो वे टीपीए से संपर्क करते हैं, जो एक बाहरी बिचौलिया होता है और दावों के लिए जनरल बीमा कंपनियों के साथ काम करता है।
पेमेंट में देरी की शिकायतें
बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस महामारी के चलते लोगों में स्वास्थ्य बीमा खरीदने की रुचि बढ़ी है। ग्राहकों को सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कोरोना कवच बीमा भी पेश की गई। इस बीच दावों में भी बढ़ोतरी हुई है और पेमेंट में देरी की शिकायतें आईं हैं।
इन कंपनियों के पास है इन-हाउस क्लेम प्रोसेसिंग टीम
इसलिए अब जनरल बीमा कंपनियों ने इंटरनल टीम बनाकर जल्दी पेमेंट सुनिश्चित करने का काम शुरू किया है। अभी एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस, बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड, मैक्स बूपा और लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस के पास इन-हाउस क्लेम प्रोसेसिंग टीम है।
टीपीए का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि जब दावों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो जाए, तो उस स्थिति में प्रोसेसिंग बाहरी पार्टी द्वारा मैनेज की जाए, जो ग्राहकों के क्लेम प्रोसेस के बारे में सही मार्गदर्शन दे सके। दावों के निपटान की सीमा बढ़ने की वजह से इन-हाउस टीम का बोझ बढ़ा है। प्रयास किए जा रहे हैं कि टीपीए पर निर्भरता कम की जाए और इन हाउस टीमों का निर्माण कर स्वास्थ्य बीमा दावों को निपटाया जाए।
Source: Amar Ujala