10,064 किसानों ने फसल बीमा से किया किनारा
हरदोई : इस साल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए कारगर साबित नहीं हो सकी। किसानों से अधिक बीमा कंपनियों ने मुनाफा कमाया। हालात यह रहे फसल बीमा स्वैच्छिक होते ही जिले के 10,064 किसानों ने इससे किनारा कर लिया।
जिले में नौ लाख से अधिक किसान हैं। प्राकृतिक आपदा से किसानों की फसल को बचाने के लिए वर्ष 13 जनवरी 2016 को केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की। इसके तहत केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) धारक किसानों के खातों से बीमा प्रीमियम की राशि स्वत: कटौती होने की व्यवस्था थी, जिसे केंद्र सरकार ने समाप्त करते हुए स्वैच्छिक कर दिया। अब किसानों को फसल बीमा कराने के लिए बीमा कंपनी से संपर्क करना होता है और ऑनलाइन आवेदन करने के साथ बैंक को आवेदन-पत्र देना होता है। विभागीय आंकड़ों में पिछले वर्ष रबी सीजन में 39,945 किसानों ने फसल बीमा कराया था, जबकि इस साल रबी सीजन में फसल बीमा कराने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई हैं। 31 दिसंबर तक बैंकों के पोर्टल पर 29,881 किसानों को डाटा अपलोड हो सका है। अब इन किसानों से ही प्रीमियम की राशि की कटौती होगी। यह है प्रीमियम कटौती की व्यवस्था
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत किसानों को खरीफ सीजन की फसल के लिए दो फीसदी प्रीमियम और रबी की फसल के लिए 1.5 फीसदी प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा आम, अमरूद की बागवानी के लिए पांच प्रतिशत प्रीमियम जमा करने व्यवस्था है।
एलडीएम बोले
अग्रणी जिला प्रबंधक (एलडीएम) बीएन शुक्ला ने बताया कि बीमा कंपनी की ओर से किसानों को फसल बीमा कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। स्वैच्छिक होने के चलते बीमा कराने वाले किसानों की संख्या कम हुई है। बताया कि किसान द्वारा जितना प्रीमियम बीमा कंपनी को जमा किया जाता है, उतना प्रीमियम केंद्र व राज्य सरकार की ओर से भी जमा करने की व्यवस्था हैं।
Source: Jagran