बिहार में 15 लाख नए परिवार आयुष्मान भारत योजना से जुड़े, पांच लाख तक का इलाज होगा मुफ्त
पटना: बिहार के करीब 15 लाख श्रमिक आयुष्मान भारत योजना से जुड़ गए हैं। श्रम संसाधन विभाग की पहल पर निबंधित 14.89 लाख निबंधित श्रमिकों को आयुष्मान भारत से जोडऩे का काम पूरा हो गया है। मई से योजना का लाभ उन श्रमिकों को मिलेगा, जो श्रम संसाधन विभाग में निबंधित हैं। पहली बार योजना से जुड़े श्रमिकों और उनके परिवार को पांच लाख रुपये तक का चिकित्सा लाभ मिलेगा। विभाग द्वारा योजना मद से श्रमिकों का सालाना प्रीमियम जमा किया जाएगा। पहली किस्त के रूप में स्वास्थ्य विभाग को 117 करोड़ रुपये जल्द उपलब्ध कराया जाएगा।
30 लाख श्रमिकों को योजना से जोडऩे का लक्ष्य
श्रम संसाधन विभाग ने आने वाले समय में 15 लाख और श्रमिकों का निबंधन कराने का फैसला किया है। साथ ही राज्य में कुल 30 लाख श्रमिकों को आयुष्मान भारत से जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत प्रत्येक निबंधित श्रमिक का सालाना प्रीमियम 18 रुपये की दर से चुकाया जाएगा। विभाग के मुताबिक प्रदेश में ईंट-भट्ठा, होटल-ढाबे, छोटे-छोटे कल-कारखाने और निर्माण क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के ठेकेदार व नियोक्ता को अपने कामगारों का निबंधन कराना अनिवार्य है ताकि श्रमिकों को योजना से जोडऩे और स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कैशलेस हेल्थ कार्ड बनाया जा सके।
बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के कार्ड पर श्रमिक कैशलेस इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को मिले, इसके लिए लॉकडाउन खत्म होने के बाद श्रमिकों का निबंधन बढ़ाया जाएगा। हर जिले में श्रमिकों के अलावा प्रवासी मजदूरों को निबंधन कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा। केंद्र सरकार आनेवाले समय में कोरोना टेस्ट और इलाज को भी इस योजना में शामिल करने जा रही है।
Source: Jagran