27-05-2021

सेहत बीमा योजना के तहत निजी अस्पतालों में होगा कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज : धालीवाल

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27-05-2021
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सेहत बीमा योजना के तहत निजी अस्पतालों में होगा कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज : धालीवाल

फगवाड़ा : विधायक बलविदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) ने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की सरकार ने जनहित में बड़ा फैसला लिया है। सरबत सेहत बीमा योजना के तहत आने वाले कोविड-19 के मरीजों को सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। इससे समाज के कमजोर और दबे कुचले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि आठ हजार से 18 हजार रुपये प्रति दिन की तय इलाज दरों पर कोविड का इलाज प्रदान करने के समर्थ अस्पतालों में यह सुविधा उपलब्ध होगी और यही इलाज दरें आम जनता के लिए प्रदेश के निजी अस्पतालों के लिए तय की गई है। विधायक धालीवाल ने कहा कि राज्य सरकार तय दरों में से बीमा कंपनी द्वारा अदायगी योग्य खर्च को घटाने के बाद बचे सभी इलाज खर्च को वहन करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्धारित की गई इलाज दरों में बेड, पीपीई किटें, दवाएं, निगरानी-नर्सिंग केयर, डाक्टर की फीस, जांच आक्सीजन आदि का खर्च शामिल है।

विधायक ने कहा कि सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत लाभार्थी कोविड-19 के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों से बिना किसी रेफरल की जरूरत के सीधे सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में जा सकते है। मरीज सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में लेवल-2 व लेवल-3 की इलाज सेवाएं ले सकेंगे। वहीं उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में शुरु से ही कोविड-19 लाभर्थियों का इलाज पूरी तरह मुफ्त रहा है। राज्य सरकार ने कोविड-19 के मरीजों के लिए स्कीम के अंतर्गत निर्धारित दरों पर सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त ईलाज देने अनुमति देने का फैसला किया है।

विधायक धालीवाल ने बताया कि इस योजना की शुरुआत से लेकर आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना को राज्यभर में समर्थन मिला। इस योजना के अंतर्गत 748 करोड़ की लागत से 6.77 लाख से अधिक इलाज सेवाएं दी गई। 867 अस्तताल सूचीबद्ध किए गए और 76 प्रतिशत से अधिक योग्य परिवारों को ई-कार्ड जारी किए गए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर जिस ने पूरे राज्य को अपनी जकड़ में ले लिया और सेहत बुनियादी ढांचे पर दबाव बना दिया, जिसके कारण सरकारी अस्पतालों को कोविड-19 के संकट से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने के सरकारी अस्पतालों में गैर जरूरी आपरेशन को स्थागित करना पड़ा। राज्य सरकार ने हाल ही में सरकारी अस्पतालों में आरक्षित 55 सर्जीकल ट्रीटमेंट को डी-रिजर्व कर दिया। जिसके लाभार्थी यह इलाज सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में भी ले सकेंगे।

विधायक धालीवाल ने कहा कि आयुषमान सरबत सेहत बीमा योजना के सफलतापूर्वक लागू करन के लिए यह महत्वपूर्ण है कि निजी स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की क्षमताओं को प्रयोग में लाने के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवाओं के मानक में विस्तार किया जाए जिससे गरीब और दबे कुचले वर्ग के लिए जरूरी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को यकीनी बनाए जा सके। इस मौके पर मार्केट कमेटी के चेयरमैन नरेश भारद्वाज, ब्लाक कांग्रेस शहरी प्रधान संजीव बुग्गा, उप चेयरमैन जगजीवन लाल, सीनियर कांग्रेसी नेता पदमदेव सुधीर व सुनील पराशर, पीपीसीसी सचिव मनीष भारद्वाज, मार्केट कमेटी के सदस्य विनिश सूद, कमल धालीवाल व हनी धालीवाल, कुलदीप सिंह, जिला यूथ कांग्रेस प्रधान सौरव खुल्ला, पूर्व पार्षद बंटी वालिया, पूर्व पार्षद जतिदर वरमानी, पूर्व पार्षद मनीष प्रभाकर, पूर्व पार्षद रामपाल उप्पल, यूथ कांग्रेस प्रधान करमदीप सिंह कम्मा, जतिदर वरमानी, मनीष प्रभाकर, संजीव भटारा, जगजीत बिट्टू, गुरदीप दीपा, ओम प्रकाश बिट्टू, सौरव जोशी, युवा कांग्रेसी नेता अर्जुन सुधीर, जिला परिषद सदस्य निशा रानी व मीना रानी, गुरजीत पाल वालिया, हर्ष शर्मा, आशु मारकंडा भी उपस्थित थे।

Source: Jagran